कलम बाण पंचकूला
नरेश देवी सरोहा : हरियाणा के पर्यावरण एवं वन मंत्री कंवरपाल ने कहा कि हरियाणा देश का पहला प्रदेश है जिसे तीसरी बार अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता की मेजबानी करने का अवसर प्राप्त हुआ है। हरियाणा की भूमि उसके युवाओं के जोश के लिए जानी जाती है। खेल-कूद प्रतियोगिताओं का यह महाकुंभ देश और प्रदेश में एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है।
कंवरपाल आज पंचकूला सेक्टर 3 स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम में 26वीं अखिल भारतीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता का शुभारंभ करने के पश्चात संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अंबाला लोकसभा सांसद रतन लाल कटारिया भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि इससे पहले वर्ष 2013 में पंचकूला में और 2002 में फरीदाबाद में इस प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि हरियाणा को इन खेलों को पुनः आयोजित करने का अवसर प्रदान करने के लिए वे केन्द्र सरकार का आभार प्रकट करते हैं। कंवरपाल ने कहा कि हरियाणा पूरे देश में खेलों में एक अग्रणीय प्रदेश है। हरियाणा की जनसंख्या देश की जनसंख्या का मात्र 2 प्रतिशत है परंतु टोक्यो ओलंपिक 2020 में देश द्वारा जीते कुल 7 पदकों में से 3 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने हासिल किए जिसमें नीरज चोपड़ा का स्वर्ण पदक भी शामिल है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश का नाम रोशन किया है ।
इसमें प्रदेश की खेल परंपराओं तथा प्रदेश सरकार की खेल नीतियों का महत्वपूर्ण योगदान है। हरियाणा के पर्यावरण और वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग ने कहा कि खेलों का मानव जीवन में बहुत महत्व है। खेल जहां जीवन में अनुशासन सिखाते है वहीं खेलों से शरीर स्वस्थ रहता है और स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है। इस अवसर पर हरियाणा और गोवा की टीम के बीच रस्साकशी का मुकाबला हुआ , जिसमें हरियाणा की टीम ने गोवा की टीम पर आसानी से विजय प्राप्त की। इस मौके पर कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए।इस मौके पर महानिदेशक, वन विभाग, भारत सरकार सीपी गोयल, हरियाणा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक जगदीश चंद्र, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक विवेक सक्सेना तथा घनश्याम शुक्ला, मुख्य वन संरक्षक अनंत प्रकाश पाण्डेय और विभिन्न प्रदेशो के वरिष्ठ वन अधिकारी उपस्थित थे।