बाजरे की सरकारी खरीद नहीं होने से किसान परेशान ओने पौने दामों पर बेचना पड़ रहा है बाजरा
नूंह जिले की अनाज मंडी में इन दिनों किसान काफी परेशान नजर आ रहा है। सरकार ने किसानों का बाजरा सरकारी रेट पर खरीदने का ऐलान तो कर दिया लेकिन सरकारी रेट से खरीदारी नहीं की जा रही है। किसानों के बाजरे को खराब बताकर सरकार अपना पल्ला झाड़ रही है। सरकारी एजेंसियां ने सरकारी बाजरा खरीदना बंद कर दिया है। जिले का किसान इन दिनों काफी परेशान हैं क्योंकि बाजरे की सरकारी खरीद नहीं हो पा रही है और किसान को अपना बाजरा ओने पौने दामों पर बेचना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि सरकार ने पहले तो बाजरे की खरीद सरकारी खरीद की घोषणा कर दी थी लेकिन बाजरे को हल्का बता कर अब सरकारी खरीद नहीं की जा रही है। किसानों का कहना है कि अगली बिजाई का समय आ चुका है उन्हें पैसे की बहुत जरूरत है। इसलिए अब किसान अपने बाजरे की फसल को औने पौने दामों पर बेचकर जाना पड़ रहा है। वहीं अनाज मंडी के आढ़तियों से जब बाजरे की खरीद के बारे में बात की गई तो आढ़तियों ने भी एक रटा रटाया जवाब दिया कि सरकारी एजेंसियां बाजरा नहीं खरीद रही है। इसकी वजह से किसानों की बाजरे की फसल मंडियों में पड़ी है। अनाज मंडियों के आढ़तियों का कहना है कि सरकार ने सरकारी रेट से एक-दो दिन बाजरा किसानों का खरीदा था। लेकिन अब बाजरा सरकारी रेट से नहीं खरीदा जा रहा है। किसानों को इन दिनों पैसों की बहुत जरूरत होती है। क्योंकि अगली बिजाई के लिए भी उन्हें खाद बीज ले जाना होता है। इसलिए किसान अब अपने बाजरे को बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं । वही किसानों का कहना है कि सरकार को पहले किसानों का बाजरा खरीदना था लेकिन अब बाजरा सरकारी रेट से नहीं खरीदा जा रहा है सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है किसान मजबूरी में अब बाजरे को बेच रहा है।