अध्यापक व शिक्षा अधिकारी आमने-सामने, अध्यापक सडक़ों पर उतरे
चरखी दादरी। पिछले दिनों अध्यापकों व शिक्षा अधिकारियों के बीच मारपीट व आपसी विवाद को लेकर पुलिस द्वारा दर्ज की गई दो अलग-अलग एफआईआर का मामला लगातार उलझता जा रहा रहा है। पुलिस द्वारा पांच अध्यापकों की गिरफ्तारी करने के विरोध में जहां अध्यापकों ने कर्मचारी संगठनों के साथ मिलकर डीईओ कार्यालय को घेराव करते हुए रोष जताया। वहीं शिक्षा अधिकारियों ने अध्यापकों पर बिना अनुमति के धरना-प्रदर्शन करने का आरोप लगाया। पूरे मामले को देखते हुए प्रशासन द्वारा पुलिस सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे।
शिक्षा अधिकारी व अध्यापकों के बीच मारपीट मामले में दो एफआईआर दर्ज हैं
बता दें कि पिछले दिनों अध्यापक यूनियन के कर्मचारियों व शिक्षा विभाग कार्यालय के कर्मियों के बीच मारपीट हुई थी। जिसमें अध्यापकों ने जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य कर्मियों पर मारपीट व मांगे पूरी नहीं करने के आरोप लगाए वहीं जिला शिक्षा अधिकारी व अन्य कर्मचारियों ने भी अध्यापकों पर कई आरोप लगाते हुए पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई थी। दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज एफआईआर के चलते पुलिस ने पांच अध्यापकों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके विरोध में अध्यापक संगठनों सहित कर्मचारी संगठनों ने एकजुट होते हुए सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव करते हुए शहर में रोष प्रदर्शन किया और एसडीएम नवीन कुमार को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए डीईओ सहित अन्य कर्मचारियों की गिरफ्तारी के अलावा भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की। वहीं डीईओ ने अध्यापकों पर बिना अनुमति प्रदर्शन व अन्य गतिविधियां करने के आरोप लगाए।
अध्यापक गिरफ्तारी हुए तो सडक़ों पर उतरे, आमरण अनशन की दी चेतावनी
अध्यापक संघ के प्रधान राजेश ढिल्लू ने शिक्षा अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के साथ-साथ मारपीट कर अध्यापकों को दबाने के आरोप लगाए। साथ ही कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी तो अध्यापक आमरण अनशन पर बैठते हुए अपनी जान दे देंगे। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा फौगाट ने कहा कि अध्यानक दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। किसी भी यूनियन व अध्यापकों की मांगों को अनसुना नहीं किया। उधर डीएसपी हैडक्वार्टर विरेंद्र श्योराण ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के आधार पर अध्यापकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।