कलम बाण रायपुररानी
देवेन्द्र सिंह : गांव टोडा निवासी जैस्मिन ने विशाल ग्रुप इमिग्रेशन कंसल्टेंट के मालिक परशोतम भट्टी, चेयरमैन रचनीत कौर जग्गी, और उनके कर्मचारियों गगन, पल्लवी और कनिका के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। प्राप्त जानकारी अनुसार जैस्मिन ने पुलिस को बताया कि 20 अप्रैल 2023 को उन्होंने अखबार में एक विज्ञापन देखा जिसमें यूके वीजा प्राप्त करने के बारे में बताया गया था। 25 अप्रैल 2023 को वह अपने पिता जसवीर सिंह के साथ विशाल ग्रुप के कार्यालय गए और वहां उन्हें यूके कॉलेज में दाखिला और वीजा दिलाने का वादा किया गया।
कंपनी ने वीजा प्रक्रिया में सफलता न मिलने पर रकम वापस करने की गारंटी भी दी। जैस्मिन को बीपीपी यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ बिजनेस एंड टेक्नोलॉजी से बीएससी (ऑनर्स) इन एकाउंटिंग एंड फाइनेंस विद डिजिटल बिजनेस के लिए एक प्रोविजनल ऑफर लेटर दिया गया। उन्होंने 11 मई 2023 को 50,000 रुपये नकद और 12 मई 2023 को 4,50,000 रुपये का चेक देकर कुल 5,00,000 रुपये का भुगतान किया। इस दौरान कंपनी ने एक एग्रीमेंट किया जिसमें यह शर्त थी कि अगर वीजा किसी भी कारण से रद्द हो जाता है तो राशि 3-4 महीनों में वापस कर दी जाएगी। इसके बाद 1 सितंबर 2023 को कंपनी ने उन्हें सूचित किया कि उनकी मेडिकल जांच की तारीख 5 सितंबर 2023 के लिए बुक की गई है।
इसके बाद, जैस्मिन ने शेष राशि 4,90,000 रुपये का भुगतान किया। इसके बाद भी कंपनी ने और धनराशि की मांग की, जिस पर जैस्मिन ने 1,85,000 रुपये नकद का भुगतान किया। साथ ही वादा किया गया कि वीजा जल्द ही मिल जाएगा, लेकिन जब जैस्मिन ने कंपनी से संपर्क किया तो उन्हें टालमटोल जवाब मिला। अंततः 1 मार्च 2024 को कंपनी ने उन्हें 5,00,000 रुपये का चेक दिया जो 26 अप्रैल 2024 को बाउंस हो गया। जैस्मिन ने आरोप लगाया है कि विशाल ग्रुप इमिग्रेशन कंसल्टेंट के मालिक और चेयरमैन ने उन्हें धोखा दिया और उनका आर्थिक और मानसिक नुकसान किया। उन्होंने पुलिस से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।