ChandigarhEntertainmentJAMMU KASHMIRJAMMU KASHMIRNews Ticker

पत्रकारों के परम मित्र व दुख सुख के साथी हैं अनिल विज :धरणी

मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सकारात्मक सोच के कारण पेंशन लागू हुई : धरणी 

धारा 370 हटने के बाद जे.के. में बदलना चाहिए पत्रकारिता का स्वरूप :धरणी

हर कदम पर पत्रकारों के साथ- पत्रकारों के लिए खड़ा रहूंगा : आफताब

 

कलम बाण श्रीनगर/चंडीगढ़ 

ब्यूरो  : मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजि0) की कोर कमेटी द्वारा जम्मू कश्मीर के श्री नगर के सोन मार्ग में एक बेहद महत्वपूर्ण बैठक के आयोजित की गई। मुख्य एजेंडा जम्मू एंड कश्मीर में संस्था की प्रांतीय इकाई का गठन करना था। कोर कमेटी द्वारा ऐसी प्रांतीय इकाई का गठन किया गया मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजि0) के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी ने जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष पद के लिए मीर आफताब के नाम की विधिवत घोषणा की। संस्था द्वारा आफताब को सभी 20 जिलों की इकाइयां गठित करने के अधिकार भी सौंपे गए। इस मौके पर क्षेत्रीय पत्रकारों द्वारा संस्था के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी के सामने कई समस्याएं भी रखी गई, जिस बाबत संस्था जल्द एक लिखित ज्ञापन केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर तथा उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को भी भेजेगी। साथ ही संस्था हरियाणा की तर्ज पर जम्मू एंड कश्मीर (यूटी) के पत्रकारों के लिए भी सुविधाएं दिए जाने की मांग करेगी। इस मौके पर 10-10 लाख रुपए की एक्सीडेंटल पॉलिसी की भी लॉन्चिंग की गई। बैठक में मुख्यअतिथि के तौर पर संस्था के उत्तरभारत अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी- महासचिव सुरेंद्र मेहता तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भुवनेश झंडई ने शिरकत की तथा संस्था के कोषाध्यक्ष तरुण कपूर ने अध्यक्षता की। इस मौके पर सभी नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष मीर आफताब को बधाई और शुभकामनाएं दी, वही आफताब ने कहा कि पत्रकारों की भलाई के लिए हर मुमकिन प्रयास जारी रखूंगा।जम्मू कश्मीर के पत्रकारों द्वारा हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पत्रकारों के हितेषी होने की भी चर्चा खुले रूप से सामने आई।

 

धारा 370 हटने के बाद जे.के. में बदलना चाहिए पत्रकारिता का स्वरूप

चंद्रशेखर धरणी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बावजूद पत्रकारिता का स्वरूप नहीं बदला। हरियाणा की तर्ज पर जम्मू एंड कश्मीर के पत्रकारों के लिए भी योजनाओं का निर्माण हो, रिटायरमेंट के बाद पेंशन की सुविधा उपलब्ध हो, इस प्रकार की तमाम मांगों के साथ संस्था उच्च स्तर पर आवाज पहुंचाएगी। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, पब्लिक रिलेशन विभाग के डायरेक्टर जनरल अमित अग्रवाल और विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश खुल्लर द्वारा पत्रकारों के लिए बनाई गई योजनाओं की भी खुलकर सराहना की। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश के गृह- स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज द्वारा लगातार स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए सहयोग और खुले मंच से पत्रकारों की आवाज बुलंद करने को लेकर उन्हें पत्रकारों के परम मित्र बताया ।

हरियाणा की तर्ज पर सभी प्रदेशों में पत्रकारों को लाभ मिले

धरणी ने कहा कि यह मात्र शुरुआत है और यह सिलसिला आगे लगातार बढ़ता रहेगा। संस्था ने लगातार अपने पंखों का विस्तार किया है। हरियाणा से शुरू होकर आज संस्था पांच राज्यों में विस्तार कर चुकी है। हरियाणा की तरह पंजाब- हिमाचलप्रदेश- जम्मू कश्मीर और चंडीगढ़ में जल्द जिला स्तरीय इकाइयों का गठन जल्द हो जाएगा। धरणी ने कहा कि केवल संगठनात्मक रूप से नहीं हम सभी दुख सुख में साथी बने रहेंगे। पत्रकार समाज में आने वाली दिक्कतों के दौरान संस्था पत्रकारों के साथ हमेशा खड़ी रहेगी। चौथा स्तंभ बेशक पत्रकारिता को कहा गया लेकिन रक्षा और सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम अधिकतर सरकारों द्वारा नहीं उठाए जाते। जबकि हरियाणा सरकार द्वारा लगातार पत्रकारों के हितों में फैसले लिए गए हैं। पत्रकारों को मान्यता दिया जाना भी हरियाणा सरकार का लाजवाब कदम है। इसी प्रकार से जम्मू कश्मीर के पत्रकारों को ही नहीं सभी राज्यों के पत्रकारों को भी लाभ मिले, इस टारगेट के साथ संस्था आगे बढ़ेगी।

 

संस्था जल्द एडवाइजरी कमेटी का भी करेगी गठन

चंद्रशेखर धरणी ने कहा कि जम्मू एंड कश्मीर (यूटी) एक ऐसा राज्य रहा जहां मीडिया के साथियों का उत्तर भारत के पत्रकारों के साथ ज्यादा कोर्डिनेशन कभी नहीं रहा। लेकिन अब एक परिवार के रूप में एक दूसरे के दुख सुख के साथी बनेंगे। धरणी ने बताया कि कोर कमेटी की बैठक में मीर आफताब को प्रदेशाध्यक्ष बना दिया गया था, जिसके लिए संस्था ने रेजुलेशन पास किया था, लेकिन आज सोनबर्ग में इसकी विधिवत घोषणा कर रहा हूं। मीर आफताब को सभी 20 जिलों में बॉडी बनाने के अधिकार भी सौंपे गए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द कुछ चैनल, न्यूज़ पेपर के एडिटर लेवल के वरिष्ठ पत्रकारों की एक एडवाइजरी कमेटी भी घोषित की जाएगी। जिसका सीधे तौर पर प्रादेशिक एसोसिएशन में हस्तक्षेप नहीं रहेगा। लेकिन वह रीड की हड्डी का काम करेगी। जम्मू एंड कश्मीर में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकारों का भी हमेशा आप लोगों को सहयोग मिलेगा।

 

हर कदम पर पत्रकारों के साथ- पत्रकारों के लिए खड़ा रहूंगा

मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजि0) के नवनियुक्त जम्मू कश्मीर अध्यक्ष मीर आफताब ने कहा कि मीडिया देश के लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, लेकिन आज तक मीडिया की और कोई खासा ध्यान सरकारों द्वारा नहीं दिया गया। संस्थाएं भी बहुत सी बनी, लेकिन ग्राउंड लेवल पर कोई ठोस कदम संस्था द्वारा भी नहीं उठाया गया। जिस प्रकार से मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजि0) ने अपने खर्च से 10-10 लाख के बीमें पत्रकारों के करवाएं यह उनकी नेक नियति का प्रमाण है। जम्मू कश्मीर जैसे राज्य में बेहद मुश्किलों से पत्रकार समाज कार्य करता है। बहुत से हादसे भी पत्रकारों के साथ समय समय पर होते रहे हैं। लेकिन उनके बाद उनके परिवारों को पूछने वाला कोई नहीं होता। लेकिन मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजि0) द्वारा ना केवल यह बीमा योजना बल्कि अस्पतालों में उपचाराधीन के दौरान कई पत्रकारों को आर्थिक सहायता तथा मृत्यु उपरांत पत्रकारों के परिवारों को भी निजी कोष से आर्थिक सहायता का सहयोग दिया जाना वास्तव में उन्हें सबसे अलग खड़ा करती है। जिस बड़ी जिम्मेदारी के साथ संस्था ने मुझे सम्मान बख्शा है, मैं हर कदम पर पत्रकारों के साथ- पत्रकारों के लिए खड़ा रहूंगा। मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजि0) द्वारा जो इंश्योरेंस क्लेम की सिक्योरिटी पत्रकारों के परिवारों को लिए गिफ्ट में दी गई है, मैं उसके लिए संस्था का शुक्रगुजार हूं। जम्मू एंड कश्मीर के हालातों को देखते हुए पत्रकार बेहद डर के साए में काम करने को मजबूर रहते हैं, लेकिन संस्था के इस आशीर्वाद से कहीं ना कहीं पत्रकारों को एक आंतरिक ताकत मिलेगी। जिसके लिए यहां का पत्रकार समाज संस्था का धन्यवाद करता है।

निस्वार्थ पत्रकार समाज के लिए समर्पित यह संस्था : वरिष्ठ पत्रकार

इस मौके पर जम्मू कश्मीर के वरिष्ठ पत्रकार फिरोज अहमद खान, मुख्त्यार अहमद शाह, फिरदौस अहमद, आकिब रसूल ने भी संस्था के इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा कि मीर आफताब जैसे व्यक्तित्व का चयन वास्तव में संस्था की नेक नियति का प्रमाण है। आफताब लगातार पत्रकार समाज के हितों में लड़ाई लड़ने वाले शख्स है। उन्होंने संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आज आधुनिकता के साथ-साथ पत्रकार समाज के आर्थिक हालात बुरे हुए हैं। जम्मू कश्मीर में बहुत सी संस्थाएं एक्टिव है। लेकिन पत्रकारों की भलाई के लिए कोई ठोस कदम उठाती नहीं देखी गई। मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजि0) लगातार जिस प्रकार से पांच राज्यों में अपना विस्तार कर चुकी है, जिस प्रकार से संस्था के कुनबे में विस्तार हुआ है, यह इस बात का प्रमाण है कि निस्वार्थ – बिना लालच के संस्था पत्रकार समाज के लिए समर्पित है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button