मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बढ़ती लोकप्रियता से विपक्षी पार्टियों में बढ़ी बौखलाहट व बेचैनी
कलम बाण पलवल
रघवेंद्र सिंह : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा लोगों की समस्याओं को धरातल पर जानने व महात्मा गाँधी की ग्राम्य विकास के बिना स्वराज की कल्पना नहीं की जा सकती से प्रेरित होकर शुरू किया गया मुख्यमंत्री जनसंवाद कार्यक्रम लोगों में काफी लोकप्रिय हो रहा है। इससे एक ओर मुख्यमंत्री के पंच परमेश्वर की तरह लोगों के बीच बैठने से समस्याओं का समाधान तो हो ही रहा है वहीं दूसरी ओर खाट व मुड्ढों की शान बना जनसंवाद ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी कहीं ना कहीं सुढृढ़ कर रहा है।भिवानी, पलवल व कुरुक्षेत्र जिलों के बाद मुख्यमंत्री का जनसंवाद कार्यक्रम राजस्थान सीमा से सटे सिरसा व महेंद्रगढ़ जिलों में 6 दिन चला जहां 43 डिग्री की तपती गर्मी में देशवाली बेल्ट व हीरवाटी के लोगों में मुख्यमंत्री को नजदीक से देखने की होड़ देखने को मिली। युवाओं में तो कार्यक्रम के प्रति उत्साह तो था ही, महिलाओं ने भी पारंपरिक बागड़ी व अहीरी वेशभूषा में जगह- जगह मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
बलिदान व शहीदी के नाम से जाना जाने वाला कूक्का आंदोलन से जुड़े सिरसा जिले के संत नगर में नामधारी सिखों ने मुख्यमंत्री का अनोखे अंदाज़ में स्वागत किया। सदाचारी व सात्विक जीवन से जीने वाले नामधारी भी मुख्यमंत्री की कार्यशैली से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। पंजाब व राजस्थान सीमा से सटा प्रदेश की देशवाली बेल्ट का सबसे बड़ा जिला सिरसा में मुख्यमंत्री ने मौके पर ही जनता की मांग को पूरा किया।पलवल जिले में बागपुर से पलवल तथा पलवल से बल्लभगढ़ वाया बागपुर, कुरुक्षेत्र जिले में पेहवा से करनाल वाया अभिमन्युपुर व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, सिरसा जिले में कालांवाली से बणी, सिरसा से संगरिया व सिरसा से हनुमानगढ़ वाया बणी, महेंद्रगढ़ जिले में निजामपुर से जयपुर रोडवेज की बस सेवा आरंभ होने पर लोगों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया।
‘सच कहना, सुखी रहना’ मुख्यमंत्री का जनसंवाद मंत्र
जनसंवाद कार्यक्रम के द्वारा मुख्यमंत्री स्वयं लोगों से कहते हैं कि ‘सच कहना, सुखी रहना’ ही उनके कार्य करने का मूलमंत्र है। स्वयं मुख्यमंत्री लोगों से पूछते हैं कि साढ़े आठ साल में सरकार का कोई भी एक ऐसा कार्य बताओ जो आपको पसंद आया हो। कोई कहता है कि भृष्टाचार खत्म हुआ है, नौकरी मेरिट आधार पर मिल रही है, तो कोई कहता है कि प्रदेश का मुखिया पहली बार उनके गांव आया है यही उनके लिए ख़ुशी की बात है।
स्कूल अपग्रेड करने का भी माध्यम बना जनसंवाद कार्यक्रम
लोगों की मांग पर मुख्यमंत्री ने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों एमएम को निर्देश दिए कि 10वीं से 12वीं तक अपग्रेड करने की स्कूलों की मैपिंग की जाए और स्कूल में अगर 100 बच्चे हैं तो उनसे अपग्रेड किया जाये भले ही इसके लिए नियमों में बदलाव करना पड़े। अब हर तीन किलोमीटर की दूरी पर एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल होगा। इससे पहले भी मुख्यमंत्री ने हर 20 किलोमीटर की परिधि में एक सरकारी कॉलेज खोलने की शुरुआत की है।