पानीजनित रोगों से बचाव बारे जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
विभिन्न विभागों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने की भागीदारी
डेंगू,मलेरिया,पीलिया,जेई,कोरोना,इंफ्लूंजा और टाइफाइड से बचाव के बताए तरीके
कालका
चंद्रकांत शर्मा : सोमवार को उपमण्डल हस्पताल कालका के वरिष्ट चिकित्सा अधिकारी डॉ.राजीव नरवाल के दिशा निर्देश में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम/एनवीबीडीसीपी और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम/आईडीएसपी के तहत कालका के रेलवे रोड पर स्थित कृष्णा कैफे में डेंगू,मलेरिया,चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस, इंफ्लुंजा,टाइफाइड और कोरोना आदि जैसी भयानक बीमारियों से बचाव बारे जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में विभिन्न विभागों जैसे शिक्षा विभाग से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालका के प्रधानाचार्य प्रवेश राणा,अध्यापिका निवेदिता,अनिता और महिला बाल विकास विभाग से अनुराधा व नगर पालिका कालका से निरीक्षक अंकित बराड़, उप निरीक्षक प्रदीप कुमार तथा पंचायत विभाग से पापलोहा के सरपंच जगतार, टेकचंद एवम जन स्वास्थ्य विभाग से जेई गुरमीत सिंह और सामाजिक संगठन रॉटरी क्लब पिंजौर हिल्स के प्रधान दलजीत राय मेहरा व शशि गुप्ता तथा कालका एरिया की आशा फेसिलेटर आदि ने भागीदारी की।
इस कार्यक्रम का आयोजन स्वास्थ्य विभाग के अधीन उपमंडल हस्पताल कालका की ओर से किया गया जिसमे स्वास्थ्य निरीक्षक सन्दीप कुमार एवम एमपीएचई अभिमन्यु ,डाटा एंट्री ऑपरेटर रवि ने अपनी भूमिका निभाई। कार्यक्रम में विशेष तौर पर पंचकुला से डीएसओ/जिला निगरानी अधिकारी डा.सुरेश भौंसले और एपिडोमोलॉजिस्ट/महामारीविद् सोनम मित्तल ने कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न विभागों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को बताया कि सबसे पहले किसी भी तरह का बुखार आते ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंच कर अपना टेस्ट जरूर करवाएं। आपके घरों,दुकानों ,खाली प्लॉट के आस पास गंदगी न फैलने दे, आपको जहां भी कूड़ो का ढेर नजर आए तो उसकी फोटो खींच कर जगह के विवरण के साथ नगर पालिका के कार्यालय में लैटर के साथ भेजे और स्वास्थ्य विभाग को भी सूचित करें ।
इसी प्रकार आपको जहां भी पानी की लीकेज नजर आए उसका भी फोटो खींच कर जगह की जानकारी के साथ जन स्वास्थ्य विभाग को इसे दुरुस्त करने बारे लैटर लिखें।अपने आस पास के एरिया में पानी को इकट्ठा ना होने दें। विद्यालयो में भी छात्रों को साफ सफाई के बारे में जागरूक करें। बाल विकास विभाग और पंचायत विभाग की और से आए सरपंच आदि को भी गावों में इन बीमारियों बारे जागरूकता कैंपेन चलाने बारे बताया कहा गया । आशा वर्कर्स और स्वास्थ्य विभाग की एंएनएम आदि जो लोगों से सीधे तौर पर मिलते रहते हैं वो इन बीमारियों से बचाव बारे जनता को जागरूक करने में अपनी अहम जिम्मेदारी निभाएं।
वरिष्ट चिकित्सा अधिकारी व स्वास्थ्य निरीक्षक सन्दीप कुमार ने बताया कि हमारी टीमें जल्द ही घर घर जा कर होने वाली सोर्स रिडक्शन एक्टिविटी कर भी रही है, और अप्रैल से बड़े सत्र पर लोगों को जागरूकता के लिए भी कैंपों का आयोजन किया जाएगा।अपने घरों में कंटेनर, गमले,कूलर, टैंकी, बोतल का ढक्कन,बेकार पड़े छत पर जूते,टायर, दीवाली के दिए,कोई भी टूटा डिब्बा,बेकार हुई फूट बाल,प्लास्टिक फाइबर की शीट,आदि में पानी को इक्कठा न होने दे क्योंकि छोटे से छोटे कंटेनर में भी लार्वा पैदा होना लाज़िम है । इसलिए पानी को खुले में इकट्ठा ना होने दे। बुखार होते ही समय से उपमंडल हस्पताल कालका में इलाज करवाएं।